अजब गजब की तस्वीरें, अजब गजब के किस्से

अजब गजब की तस्वीरें, अजब गजब के किस्से

हेलो फ्रेंड कैसे हो आप! झलको बीकानेर पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपसे कुछ ऐसी तस्वीरें साझा कर रहे हैं जो अपने आप में अद्वितीय और हर तस्वीर की अपनी अलग कहानी है। इन्हें देखकर आपके मुंह से अनायास ही निकल पड़ेगा 'ओ माय गॉड' (OMG)! 

अजब गजब की तस्वीरें, अजब गजब के किस्से | Jhalko Bikaner


प्रथम तस्वीर राजस्थान के पश्चिमोत्तर सीमा पर बसे बाड़मेर जिले की एक बिश्नोई महिला की  है। यह तस्वीर प्रसिद्ध फोटो ग्राफर 'द डेजर्ट थार फोटोग्राफी' द्वारा साझा की गई। इस तस्वीर के अपने अलग किस्से व कई मायने हैं। दरअसल वर्ष 2020 के मध्य जब संपूर्ण विश्व कोविड-19 के संकटकालीन दौर से गुजर रहा था उस दौरान द डेजर्ट थार फोटोग्राफी द्वारा यह तस्वीर साझा की गई। वैश्विक संकट काल के मध्य थार में सुकाल की मुस्कान को दिखाती तस्वीर बेहद खूबसूरत और सुकून देने वाली है। 


द्वितीय तस्वीर में दिखाई दे रहा दृश्य अनुपम है इसे विश्व एक आठवां अजूबा कहें अतिशयोक्ति नहीं होगी। कुदरत के करिश्मे से 15 फीट ऊंचे लोहे के वॉल्व पर बाजरी उग गई और सिटी भी लग गए जिसे खाकर पंछी अपना पेट भर रहे हैं। इस बार लगभग थार के मरुस्थल में अकाल था लेकिन पक्षियों का पेट भरते ये बाजरी के बुटे‌ सुकुन देने वाले हैं। वाकई यह कुदरती करिश्मा से कम नहीं है! 15 फुट ऊपर वालों वॉल्व पर कहां से मिट्टी आई है और कहां से बीज, है ना अजब-गजब की तस्वीर। राजस्थानी में एक कहावत है 

जै पाणी व्हे तो भाटा माथे ही फूल लाग ज्यै

इस कहावत को साकार करती करती इस तस्वीर को द डेजर्ट थार फोटोग्राफी ने साझा किया है।


तीसरी तस्वीर की कहानी भी रोचक है। दरअसल इस फोटो में दिखाई दे रही है टेंपो की छत पर हरियल बाजरे के बुटे लगे हुए हैं। आप सोच रहें होंगे टेंपो की छत पर बाजरी के बूटे भला कैसे लग सकते हैं। दरअसल बिहार के रहने वाले महेंद्र पिछले 25 वर्षों से दिल्ली में ऑटो चला रहे हैं। गर्मियों के दिनों में भीषण गर्मी से बचने के लिए इन्होंने सोचा क्यों नहीं कुछ ऐसा किया जाए जिससे टेंपो का तापमान कम रहे और लू के थपेड़ों से भी बचा जा सके।

इन्होंने ऑटो की छत पर कालीन बिछाया और थोड़ी मिट्टी डालकर उसपर मुट्ठी भर बाजरे-मक्के के बीज डाल दिये। दिन में कई दफा वो कालीन पर पानी डालते ताकि टेंपो ढंडा रहे, निरंतर पानी देने से कालीन पर बाजरा-मक्का के बीज उग आए। पानी डालने से महेंद्र का ऑटो ठंडा रहने लगा वहीं धीरे धीरे बाजरे और मक्के के पौधे भी बढ़ने लगे। छत पर हरियल पौधे लगे इस फोटो को देखकर यात्रीगण उनके इस इनोवेशन की तारीफ करते हैं, ऑटो के साथ सेल्फी लेते हैं। दिल्ली की सड़कों पर दौड़ते यह ग्रीन ऑटो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।


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