पुस्तक परिचय : पठनीय है मयूर बिश्नोई की पुस्तक कैसे हर रोज पढ़ें | हरि बिश्नोई, मेरठ
हरि विश्नोई, मेरठ (उत्तरप्रदेश)। वर्तमान में प्रबुद्धजनों की कमी नहीं.डॉक्टर, इंजीनियर,वकील,पत्रकार प्रोफेसर व लेखक आदि बुद्धिजीवियों की संख्या काफी बड़ी है. इसी श्रंखला में उभरता हुआ नाम है युवा लेखक मयूर बिश्नोई का,जो गाजियाबाद (उ.प्र.) के निवासी हैं.
इनकी पुस्तक
"कैसे हर रोज पढ़ें " विशेष रुप से युवाओं के लिए अति उपयोगी व पढ़ने लायक है. सरल भाषा व रोचक शैली में लिखे गए 8 अध्यायों से इस पुस्तक में दी गई जानकारी ज्ञानवर्धन के साथ-साथ सम्वेदनाओं के तार भी झंकृत करती है. हालांकि सोशल मीडिया की बढ़त ने पढ़ने की आदत कम की है,लेकिन जो अपनी मंजिल पाने को जी तोड़ मेहनत से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं,उनको यह पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए, क्योंकि इस पुस्तक में वह सब आसान उपाय बताए गए हैं, जिनसे पढ़ा हुआ आसानी से याद रह सकता है व जल्दी समझ आ सकता है. दरअसल लेखक के अंदर बसा हुआ शिक्षक सिखाता है, साथ ही साथ टोकता व रोकता भी है.पुस्तक बताती है कि पढ़ाई के दौरान रहीं कौन सी कमियां या भूल चूक सफलता में बाधक बनती हैं. एक बार यदि आप इस पुस्तक को पढ़ना शुरू करेंगे तो उसमें डूबते चले जाएंगे. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के अनुभवी जानकार मयूर बिश्नोई को एक उत्कृष्ट लेखक के रूप में स्थापित करने में उनकी यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी. श्री मयूर विश्नोई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय पढ़ाते हैं. बहुत से विद्यार्थी कठोर परिश्रम के बावजूद अपने सपने पूरे नहीं कर पाते हैं. अतः मयूर विश्नोई उन्हें सफलता के गुर सिखाते हैं तथा उनकी विभिन्न समस्याओं को सुलझाते हैं. इनके यूट्यूब चैनल English by Mayur Bishnoi की सहायता से अभावग्रस्त बच्चे नि:शुल्क अंग्रेजी सीख सकते हैं. मात्र ₹199 मूल्य पर इनकी पुस्तक एमेजॉन पर ऑनलाइन उपलब्ध है. उदीयमान लेखक मयूर बिश्नोई को अनेक शुभकामनाएं व हार्दिक बधाइयाँ.
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